सुबह की उम्मीदें और एक फोन कॉल
दिन की शुरुआत थोड़ी बेचैनी भरी थी। सुबह-सुबह मन कहीं अटका हुआ था — एक कॉल का इंतज़ार था। वही कॉल जो एक नई उम्मीद, एक नई दिशा देने वाली थी। हाथ में चाय का कप था, पर मन सवालों से भरा। क्या आज आएगी वो कॉल?
फिर अचानक, मोबाइल की स्क्रीन चमकी।
कॉल आई।
बात हुई।
डिस्कशन हुआ।
और फिर…
“Yes, the opportunity is yours!”
भगवान की कृपा कहें या लंबे समय से किया गया इंतज़ार आज फल के रूप में मिल गया
उस एक पल ने दिन का मूड ही बदल दिया।
जब घर बना वर्क साइट – पेंटिंग ड्रामा
अभी खुशी का खुमार गया भी नहीं था कि हमारे प्यारे “Painter Babu” आ धमके। ब्रश, रंग और अलमारी से टकराती उनकी आवाज़ें एक नया माहौल बना रही थीं। मैं अकेला ही था “site supervisor” की भूमिका में।
अब हर दो मिनट पर आवाज़ –
“भाईया, यह दीवार कितनी डार्क करूं?”
“Sir, ये पट्टी छोड़ दूं क्या?”
उफ्फ्फ! Painting सिर्फ दीवारों की नहीं, धैर्य की भी थी।
Swiggy से आया Lunch और Ministry की सलाह
इस सब के बीच, पेट की तरफ से अलार्म बजा। कुछ सोचने का समय नहीं था, Swiggy (Cool Daddy Style 😄) से जल्दी सा लंच ऑर्डर किया गया। खाना आया, खाया और कुछ सुकून की सांस ली।
लेकिन दिल में एक बात साफ थी – जब भी कोई बात मन को छूती है, सबसे पहले “Home Ministry” (धर्मपत्नी) से शेयर करना चाहिए। वही किया और सुकून पूरा हुआ ।
Blog Writing – ज़िद और जुनून
दोपहर होते-होते ध्यान वापस ब्लॉग की तरफ गया।
आज का टॉपिक था – “Importance of Life Skills in Student Life”
दिल से निकली बातों को शब्दों में ढालना शुरू किया। बीच-बीच में पेंटर का सुपरविजन, कभी ब्रश पकड़ाना, कभी तार हटाना। लेकिन तय किया था तो पूरा करना था।
शाम तक लेख पूरा होना था बट पूरा नहीं हो सका और बिना publish करे save draft mode पर ही छोड़ना पड़ा ।
रात की थकावट और अपडेट की खुराक
रात को TV चलाया, न्यूज़ देखी – क्या चल रहा है देश में, क्या ट्रेंड कर रहा है सोशल मीडिया पर। मन किया कि जल्दी सो जाएं, ताकि कल नई एनर्जी के साथ फिर से “Cool Daddy” अपने मिशन पर लौट सके।
आज का विचार:
“एक छोटा सा फैसला, एक कॉल, या एक विचार – पूरे दिन की दिशा बदल सकता है। ज़िंदगी में कोई भी क्षण छोटा नहीं होता, बस उसे देखने का नजरिया बड़ा होना चाहिए।”
अगर आपको ये डायरी पसंद आई हो, तो हर दिन पढ़ते रहिए #CoolDaddyDiaries – जहां हर दिन की आम बातों में छुपे होते हैं खास सबक और कुछ हल्के-फुल्के लम्हे।